7 months ago
खामोश दिल
उड़ते हुए तिनके की तरहः
पता नहीं कहा से दर्द आकार
इन आखों को नम करग्या ।
दिल ने रोना चाह:
दिमाग ने रोक लिया,
केवल ये कहकर कि ,
कमजोर समझा जाएगा तू,
जब दुनिया देखेगा नम आंखें ये तेरी,
और फिर यह खामोश दिल,
दर्द के साथ समझौता कर,
सीने में चुप चाप धड़कने लगा ।।